प्राकृतिक खेती समय की मांग कृषि मेले में बोले किसान मोर्चा अध्यक्ष

बैतूल
जिले के 10 ब्लॉक से पधारे करीब ढाई सौ से ज्यादा किसानों के बीच किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष महेश्वर सिंह चंदेल ने किसानों से प्राकृतिक खेती से जुड़ने का आह्वान किया उन्होंने स्वयं भी प्रतिबद्धता दोहराते हुए किसानों से हाथ उठाकर संकल्प लेने की अपील की। दरअसल
कृषि विज्ञान केंद्र बेतूल में गुरुवार को प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक कृषि मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना अंतर्गत जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केंद्र बैतूल द्वारा आयोजित इस  कार्यक्रम में बैतूल जिले के 10 ब्लॉक के  लगभग 280 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ व्ही के पराड़कर,अधिष्ठाता उद्यानिकी महाविद्यालय छिंदवाड़ा, वही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महेश्वर सिंह चंदेल अध्यक्ष किसान मोर्चा, समेत अन्य गणमान्य नागरिक एवं किसानों ने हिस्सा लिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए श्री पराडकर ने कृषकों से आव्हान किया कि प्राकृतिक कृषि करने हेतु गोवंश पालन  करें और संकर प्रजातियों के स्थान पर उन्नत बायोफोर्टीफाइड प्रजातियों को लगाएं।
मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए किसान मोर्चा के अध्यक्ष महेश्वर सिंह चंदेल ने किसानों से हाथ उठाकर अपने खेत के कुछ हिस्से में प्राकृतिक खेती करने का संकल्प दिलवाया।
कार्यक्रम में केंद्र समन्वयक प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर वीके वर्मा द्वारा अतिथियों का स्वागत कर प्राकृतिक कृषि के महत्व को रेखांकित किया।
 यहां पहुंचे किसानों ने प्राकृतिक खेती के महत्व को समझते हुए कृषि विशेषज्ञों से अपनी शंकाओं का समाधान भी किया।  इस मौके पर प्राकृतिक कृषि प्रदर्शनों के लाभार्थी  किसानों को विभिन्न घटक बनाने हेतु प्लास्टिक के 200 लीटर क्षमता के ड्रम अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए।
केंद्र की शस्य वैज्ञानिक डॉ मेघा दुबे द्वारा प्राकृतिक कृषि के विभिन्न आयामों पर कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया तथा सजीव प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। शैक्षणिक क्षेत्र पर प्राकृतिक कृषि के प्रदर्शन भूखंडों का भ्रमण वैज्ञानिक डॉ आरडी बारपेटे द्वारा कराया गया।
 कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर एमपी इंगले खाद्य विशेषज्ञ आभार डॉ मेघा दुबे द्वारा किया गया।