जैविक खेती से अवगत कराने किसानों को जैविक कृषि फार्मों का भ्रमण कराया जायेगा उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री कुशवाह

जैविक खेती को अपनाने उद्यानिकी विभाग की नई पहल

उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा है कि जैविक खेती से अवगत कराने के लिये प्रदेश के किसानों को सफलतम जैविक कृषि फार्मों पर भेजा जायेगा। उद्यानिकी विभाग ने चयनित 20 मॉडल विकासखण्ड में से जैविक खेती के लिये 6 विकासखण्ड का चयन किया है। उद्यानिकी विभाग जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये नई पहल करने जा रहा है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह मंत्रालय में जैविक खेती कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि जैविक खेती के लिये चयनित सभी मॉडल विकासखण्डों में 50-50 हेक्टेयर के जैविक खेती करने वाले किसानों के क्लस्टर बनाये गये हैं। प्रत्येक क्लस्टर में 50 और 50 से अधिक किसान हैं। इन किसानों के समूह को सफलतम जैविक कृषि करने वाले कृषि फार्मों में भेजा जायेगा। मॉडल विकासखण्डों में जैविक खेती कर रहे किसानों और जैविक खेती के रकबे को भी चिन्हित किया गया है। यह किसान प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने वाले प्रेरक बनेंगे।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि जैविक खेती अपनाने वाले किसानों को सहायता देने वाले कार्यक्रमों पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उद्यानिकी विभाग द्वारा जैविक खेती के लिये चिन्हांकित 6 मॉडल विकासखण्ड में बड़वानी जिले का पाटी विकासखण्ड, श्योपुर जिले का कराहल, झाबुआ जिले का झाबुआ, बालाघाट जिले का परसवाड़ा, मण्डला जिले का नारायणगंज और शहडोल जिले का गोहपारु विकासखण्ड शामिल है।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने चालू वित्तीय सत्र में योजनावार लक्ष्य और अब तक किये गये कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिये हर संभव प्रयास करें। प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, आयुक्त उद्यानिकी श्री एम.के. अग्रवाल, एम.डी. एम.पी. एग्रो श्री राजीव जैन बैठक में उपस्थित थे।