सुगंधित तेल जिरेनियम की खेती पर सेमिनार 20 को

बैतूल जिले में पहली बार  20 अक्टूबर को सुगंधित तेल वाली फसल की खेती पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल मेडिसिनल एंड अरोमैटिक प्लांट्स) लखनऊ के कृषि वैज्ञानिक किसानों को जिरेनियम की खेती के बारे में जानकारी देंगे।
गौरतलब है कि  चिचोली ब्लाक के ग्राम आलमपुर में महिला कृषक हेमलता सिंह द्वारा सुगंधित तेल वाली फसल जिरेनियम की खेती सफलतापूर्वक की जा रही है। जिन से प्रेरित होकर अनेक किसान इसकी खेती करना चाहते हैं। किसानों की रूचि को देखते हुए सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। महिला कृषक हेमलता सिंह ने बताया कि किसानों को परंपरागत कृषि के अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए। सुगंधित तेल वाली फसलों का बाजार अच्छा है, इसलिए उन्होंने इस क्षेत्र में काम करना प्रारंभ किया। श्रीमती सिंह ने बताया कि हल्की और पानी ना पकड़ने वाली मिट्टी में इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है। बैतूल जिले की जलवायु में वह सफलतापूर्वक इसकी खेती कर रही हैं। तेल की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी डिमांड है, जिरेनियम तेल का उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों को बनाने में किया जाता है। ये काफी महंगे दामों पर बिकता है। धीरे-धीरे करके भारत में इसकी खेती का चलन बढ़ रहा है। बैतूल जिले की जलवायु में वह सफलतापूर्वक इसकी खेती कर रही हैं। एक दिवसीय सेमिनार में सीमैप लखनऊ के कृषि वैज्ञानिक को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। किसानों को प्लांटेशन, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण, पत्तों की तुड़ाई, पत्तों से तेल निकालना और मार्केटिंग की पूरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही खेत में लगी जिरेनियम की फसल हॉट डिस्टीलेशन यूनिट को भी किसान देख पाएंगे।
सेमिनार के इच्छुक किसानों को सशुल्क पंजीयन करवाना अनिवार्य है । पंजीयन  के लिए  9425 002339 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है नियंत्रण, पत्तों की तुड़ाई, पत्तों से तेल निकालना और मार्केटिंग की पूरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही खेत में लगी जिरेनियम की फसल हॉट डिस्टीलेशन यूनिट को भी किसान देख पाएंगे।
सेमिनार के इच्छुक किसानों को  18 अक्टूबर तक सशुल्क पंजीयन करवाना अनिवार्य है । पंजीयन  के लिए  9425 002339 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।